STORYMIRROR

Padmakar Bhave

Inspirational

4  

Padmakar Bhave

Inspirational

मनोभावे

मनोभावे

1 min
11

*मनोभावे*

हुंबरे वासुरु |धेनु कासावीस|
अंत हा कशास | पाही देवा||

जसा तळमळे |जळावीन मीन |
तैसाचि हा प्राण | विठूविना|

येई बा धावत | घेई कडेवरी |
उभा विटेवरी | किती वेळ ||

कासावला प्राण|सांग कसे साहू!
माझा प्राणवायू | पंढरीला||

तोडुनी हे पाश | सोडूनि संसार |
येऊ कसा पार | पांडुरंगा |

येई गं विठाई | पेटलासे जाळ |
मातेविना बाळ | टाहो फोडी ||

लेकरा करिता|नाही कारे जागा|
नेत्री चंद्रभागा|दाटली रे||

तुझ्याच कुशीत | शेवटची नीज|
विनवितो तुज | *मनोभावे*|| *

               ---पद्माकर भावे*


Rate this content
Log in

Similar marathi poem from Inspirational