विष्णु मन्दिर
विष्णु मन्दिर


दोस्तो,अगर में आपसे कहूं कि अंकोरवाट मंदिर विश्व का सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर परिसर तथा विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक स्मारक है,तो क्या आप मेरी बात पर विश्वास कर लेंगे ?
हां, हां,क्योंकि मुझे भी इस मंदिर के विषय में थोड़ी से जानकारी है।इसकी पताका पर भी हिंदू मंदिर का चिन्ह है।
वाह,और क्या - क्या जानते हो ?
यहाँ 100 फीसदी लोग हिन्दू धर्म को मानने वाले थे।आज इस देश में गिनती के ही हिन्दू बचे हुए हैं।लोगों ने दूसरे धर्मों को अपना लिया है।यह दुख का विषय है।
हिन्दू धर्म विश्व का एकमात्र धर्म है, जो 12 हजार वर्ष से भी पुराना है।विश्व के कई देशों में पहले सनातन धर्म ही था।वर्षों पूर्व कम्बोडिया कंबुज या कंबोज कहलाता था। दंतकथाओं के अनुसार इस उपनिवेश की नींव आर्यदेश के राजा कंबु स्वयांभुव ने डाली । यह एक मरुस्थल था यहां नाग जाति का राज था।भगवान शिव की कृपा से यह क्षेत्र हरे -भरे, सुंदर प्रदेश में परिणत हो गया।कंबु ने नागराज की कन्या से विवाह किया और यहां कंबुज राजवंश की नींव डाली ।बाद में विदेशी यहां आये और उन्होंने यहाँ के हिन्दूओं का धर्म परिवर्तन तलवार के दम पर कर दिया।
कम्बोडिया अंकोर के सिमरिप शहर में मीकांग नदी के किनारे बसा हुआ है।यह दक्षिण पूर्व एशिया का प्रमुख देश है, जिसकी जनसँख्या करीब 1.5 करोड़ है। यहां 5 हजार से लेकर 1 हजार वर्ष तक के पुराने मंदिर हैं जिनमें भारत की प्राचीन वैभवशाली संस्कृति की झलक मिलती है। इन मंदिरों में अधिकतर मंदिर भगवान विष्णु के हैं। स्थानीय निवासी इसे पानी में डूबा हुआ मंदिर का बगीचा कहते हैं। ।पूर्ववर्ती शासको ने यहाँ बड़े-बड़े शिव के मंदिरो का निर्माण करवाया था। इसका पुराना नाम यशोधपुर था व इस मंदिर का निर्माण राजा सूर्यवर्मन द्वितीय के शासन काल 1112 से 1153 ईस्वी के दौरान हुआ था।
यह दुनिया के सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों में से एक है। इसको यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल किया गया है।
काश, हम उन कारणों पर ध्यान दें जो हिन्दू राष्ट्रों को कम कर रहे हैं !