Avinash Agnihotri

Abstract Drama Inspirational

4  

Avinash Agnihotri

Abstract Drama Inspirational

विघ्नहर्ता

विघ्नहर्ता

1 min
170


क्या बात है डुग्गु इस बार तो बड़े ही ज़ोर शोर से गणेश जी की झांकी सजाई जा रही है,दादा जी ने अपने मासूम पोते को देखते हुए उससे पूछा।

इसपर वह बोला हाँ दादू कल ऑनलाइन क्लासेस में हमे हमारी मेडम ने बताया है कि बप्पा को विघ्नहर्ता भी कहते है।

और उन्हें बच्चो से प्यार भी बहुत है।तब अगर हम सब बच्चे बड़े ही मन से उनकी सेवा कर,उनसे प्रार्थना करेंगे।

तो इस बार लौटते समय, बप्पा अपने साथ इस महामारी को भी सदा के लिए यहां से ले जाएंगे।

जिससे हम सभी फिर से स्कूल जा सकेंगे और दोस्तो से मिल व उनके साथ खेल भी सकेंगे।

डुग्गु की यह बात सुन दादाजी ने, कुछ पल बड़े ही गौर से उसकी विश्वास से भरी आंखों को देखा।

और फिर गणेश जी की मूर्ति की ओर देख आंखे बंद कर मन ही मन बुदबुदाए, है ईश्वर इस मासूम के विश्वास की लाज अब तेरे ही में हाथ है।


Rate this content
Log in

Similar hindi story from Abstract