सौदा
सौदा
कमला भाषण देकर दिग्गज नेताओं के साथ कुछ देर मंच पर बैठी और थोड़ी देर बाद सभी से अनुमति लेकर निकल गई। कमला पार्टी की ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ कार्यकर्ता थी क्षेत्र के लोगों में उसकी अच्छी पकड़ थी सभी को विश्वास था इस बार पार्टी से विधायक का टिकट कमला को मिलेगा। कमला भी खुश थी विधायक बनकर वह क्षेत्र का विकास और अच्छे से कर पायेगी। दूसरे दिन अखबार में सभी पार्टियों के विधायक प्रत्याशी के नाम दिए हुये थे कमला को यकीन नही हो रहा था उसके क्षेत्र से जिसका नाम दिया हुआ था वह दो-तीन दफ़ा जेल जा चुका है, ठेकेदारी में उसके ऊपर भ्रष्टाचार का केस चल रहा है और नशे में कितनी बार मोहल्ले की लड़कियों से छेड़छाड़ करते हुये पकड़ा गया है। कमला तुरंत पार्टी के ऑफिस जाकर अध्यक्ष से मिलकर इस विषय में चर्चा की उसकी जगह इस बदमाश, भ्रष्टाचारी आदमी को टिकट कैसे दिया गया? ऐसे में लोगों का पार्टी पर विश्वास कम होता जाएगा। अध्यक्ष महोदय ने कमला को समझाते हुए कहा, कमला जी आप बहुत अच्छी और ईमानदार कार्यकर्ता है लेकिन पार्टी ईमानदारी से कहाँ चलती हैं उसके लिए फण्ड की जरूरत होती है आप अपने घर से तो फण्ड देंगी नहीं और वह आदमी पार्टी को लाखों का चंदा दे रहा है तो हमें भी उसका ध्यान तो रखना होगा ना। आप हमारी कार्यकर्ता है और रहेंगी। कमला भारी मन से पार्टी के दफ्तर से निकल रही थी उसे विधायक के टिकट का सौदा समझ आ गया था।