क़्वारण्टीन और भूख
क़्वारण्टीन और भूख
"क्या इन लोगों ने चोरी की है ? जो पुलिस पकड़कर ले जा रही है। "रूपा ने गनेशी के घर के आगे जमा भीड़ देखकर पूछा।
" जिन मेहताजी के यहाँ गनेशी काम करती थी;उनके घर में किसी को कोरोना हो गया है। इसलिए इनके परिवार को क़्वारण्टीन केंद्र ले जा रहे हैं। १४ दिन तक वहीँ पर रखेंगे। "
"क्या वहां पर खाना भी मिलेगा ?" रूपा ने पूछा।
"हाँ, दिन में तीन बार।"
"मुझे मेहताजी का काम नहीं छोड़ना चाहिए था।" लॉक डाउन से दाने-दाने को मोहताज हुई रूपा ने अपने आप से कहा।
