शर्मा जी पत्नी मेरे लिए एक अनजान महिला मात्र थी । शर्मा जी पत्नी मेरे लिए एक अनजान महिला मात्र थी ।
किसी दुख में हाथ पकड़कर सहलाया है, गालों को चूमकर अपना प्यार जताया है. किसी दुख में हाथ पकड़कर सहलाया है, गालों को चूमकर अपना प्यार जताया है.
जय अब बूढ़ा हो गया था.बहुत ज्यादा चलने फिरने की ताकत न रह गई थी उसमे. जय अब बूढ़ा हो गया था.बहुत ज्यादा चलने फिरने की ताकत न रह गई थी उसमे.
सभी में कुछ ना कुछ गुण होता है सभी में कुछ ना कुछ गुण होता है
विनय ने भी उसकी तरफ देख कर इशारे से उसकी तारीफ की। विनय ने भी उसकी तरफ देख कर इशारे से उसकी तारीफ की।
विहान समझ गया था। नमित को इस बात की तसल्ली थी। विहान समझ गया था। नमित को इस बात की तसल्ली थी।