न जमीन, न कोई जायदाद, न धन-दौलत कुछ भी तो नहीं था हां बस था तो एक कच्ची मिट्टी का ये घर जिसकी छतें ब... न जमीन, न कोई जायदाद, न धन-दौलत कुछ भी तो नहीं था हां बस था तो एक कच्ची मिट्टी क...
उनका इंतजार करते-करते जब काफी समय बीत गया तब सोनाली ने गुलाब बाई से पूछा-मेरे प्राणाधार कहाँ गए हैं ... उनका इंतजार करते-करते जब काफी समय बीत गया तब सोनाली ने गुलाब बाई से पूछा-मेरे प्...
री दुनिया के लिए तुम्हारे दिल का हाल, कहीं कुलीन को चुनना तुम्हारी मजबूरी तो नहीं री दुनिया के लिए तुम्हारे दिल का हाल, कहीं कुलीन को चुनना तुम्हारी मजबूरी तो नही...
तुम्हारी बड़ी बड़ी ब्राउन आँखों में वो काजल कितना सुहाता था और हाँ कान का झुमका भी तो बात बात पे टप्... तुम्हारी बड़ी बड़ी ब्राउन आँखों में वो काजल कितना सुहाता था और हाँ कान का झुमका ...
इन सब में कृष्ण की क्या भूमिका है? कुछ भी नहीं इन सब में कृष्ण की क्या भूमिका है? कुछ भी नहीं
घर घर नहीं है अब रंग और ढंग बदल से गए हैं। घर घर नहीं है अब रंग और ढंग बदल से गए हैं।