पुरानी हवेली का सच
पुरानी हवेली का सच
हमारे गांव के पास में एक पुरानी हवेली थी। इस हवेली की घटना बहुत ही डरावने रूप में दर्शाई गई है। यहाँ पे बड़ी-बड़ी पिक्चरों की शूटिंग होती थी। 3 से 4 साल पहले की बात है। यहां पर भोजपुरी पिक्चर के सभी कलाकार रुके हुए थे। वह रात बहुत ही डरावनी और खौफनाक थ।
सभी कलाकार में से एक अलग दोस्तों का ग्रुप था। जिसमें राम,राजू और मुकेश थे। एक बार मुकेश किसी काम से एक महीने के लिए शहर गया हुआ था। बाकी दोनों मित्रों ने उसे कहा कि जल्द ही वापस आ जाना ।
एक महीने के बाद जब मुकेश फिर से हवेली में रहने लगा तब वह अपने मित्रों से कम बात करता था। यहां तक कि वह उनसे मिलता भी नहीं था। और वो अपने काम को करने में बहुत कम रुचि रखता था। जब भी उसके मित्र उससे बात करने की कोशिश करते थे तो वह उनकी बात टाल देता था। वह दिन भर पता नहीं कहां जाता था।
और रात के 12:00 बजे सोने के लिए ही हवेली में आता था। उसे अपने घर से हवेली में आए हुए केवल 6 ही दिन हुए थे। कि एक दिन उसका भाई उस हवेली में आ पहुँचा। मुकेश के मित्र ने मुकेश के भाई से कहा कि उसे क्या हुआ। वह केवल रात को सोने ही आता है। मुकेश के मित्र की बात सुनकर मुकेश का भाई रो पड़ा।
और बोला भला रात को कैसे आ सकता है। मैं तो उसका सामान ले जाने आया हूँ। हवेली से जाने के बाद मुकेश रास्ते में ही मोटर साइकिल चलाते हुए कुचल गया था। क्योंकि उसकी मोटरसाइकिल की रफ्तार बहुत तेज थी इसलिए वह ट्रक के नीचे आ गया।
तभी मुकेश के मित्र सोच में पड़ गए कि वो कौन था। जो रात को सोने आता था। क्या वह उसका भूत था ? उस दिन के बाद मुकेश का भूत फिर कभी नहीं आया। पर सारे कलाकार डर के मारे रात को सो नहीं पाते थे। मुकेश के कमरे में ताला भी लगा दिया था। कहते हैं कि मुकेश को अपने मित्रों से लगाव था। फिर कभी भी कोई पिक्चर की शूटिंग इस हवेली में नहीं होती। सभी को यह घटना आज भी याद आती है।

