उसने कहा, ''कुछ नहीं'' और अपना हाथ पीछे ले लिया। उसने कहा, ''कुछ नहीं'' और अपना हाथ पीछे ले लिया।
।मैं हमेशा सोचता रहा मेरा भाई कितना अच्छा है पर कल जो देखा मेरी आंखे फटी की फटी रह गई। ।मैं हमेशा सोचता रहा मेरा भाई कितना अच्छा है पर कल जो देखा मेरी आंखे फटी की फटी ...
मेरी ज़िंदगी के यादगार 15 मिनट में शामिल हो गए लेकिन नाम आज भी गुमनाम थे। मेरी ज़िंदगी के यादगार 15 मिनट में शामिल हो गए लेकिन नाम आज भी गुमनाम थे।
मैं चाहता हूं कि मैं संभाल लूं अपने जीवन के अनोखी डोर को। मैं चाहता हूं कि मैं संभाल लूं अपने जीवन के अनोखी डोर को।
मैं सिर्फ धार्मिक कहलाना पसंद करता हूँ। मैं सिर्फ धार्मिक कहलाना पसंद करता हूँ।
दिल जरूर उस समय जरूरत से ज्यादा ही धड़का था शायद मेरे साथ-साथ उसका भी। दिल जरूर उस समय जरूरत से ज्यादा ही धड़का था शायद मेरे साथ-साथ उसका भी।