चुल्लू भर पानी में डूब मरो* ये कहकर बोले आज से हमारा तुम्हारा संबंध खत्म हो गया... चुल्लू भर पानी में डूब मरो* ये कहकर बोले आज से हमारा तुम्हारा संबंध खत्म हो गया....
समाज हम जैसे लोगों से ही बना है। समाज हम जैसे लोगों से ही बना है।
सहस्त्रबाहु ने हँसते हुए औषधि ली और विश्राम करने के लिए लेट गया। सहस्त्रबाहु ने हँसते हुए औषधि ली और विश्राम करने के लिए लेट गया।
आज के समय में जहां कोई किसी की मदद के लिए नहीं आता वहां इन लोगो ने हमारी मदद कर ये साबि आज के समय में जहां कोई किसी की मदद के लिए नहीं आता वहां इन लोगो ने हमारी मदद कर ...
मैं सिर्फ धार्मिक कहलाना पसंद करता हूँ। मैं सिर्फ धार्मिक कहलाना पसंद करता हूँ।
आज किसकी जीत हुई भावना की या उसूलों की? इतना सोचने का वक़्त नहीं था गिरधर के पास क्योंकि उसे घर पहुंच... आज किसकी जीत हुई भावना की या उसूलों की? इतना सोचने का वक़्त नहीं था गिरधर के पास ...