अवसर
अवसर
"आपदा में अवसर मत खोजिये, मानव हैं तो मानवता के लिए सहायता कीजिये, नहीं तो आपकी पशुता तो आपके कार्यों से झलक ही रही है। "
जीवन रक्षक दवाइयों को मनचाहे दाम पर बेचकर भारी मुनाफ़ा कमा रहे अपने पति को समझाते हुए निरमा ने कहा।
"लेकिन समाज तो पैसे वालों की ही इज़्ज़त करता है।" पति ने कहा।
"समाज हम जैसे लोगों से ही बना है। आइये आज से हम मानवता के लिए कार्य करने वाले लोगों का सम्मान करें, न कि अनैतिक साधनों से उपलब्धियाँ एकत्रित करने वालों जा।" निरमा ने कहा।