अब तक उमेश जी ग्यारह हजार से कहीं नीचे ..... ग्यारह सौ रुपए, लड़के के लिए घड़ी और। ...
एक साथ कई तरह के भाव अलका के चेहरे पर आकर धमाचौकड़ी करने लगे। चिट्ठी हाथ में दबाए वह बहुत तेज़ी से दरवाज़े की और दौड़ी।
मैं चौधरी साहब के साथ वार्ड ब्वॉय की ओर बढ़ चले।
उत्तर का आकाश...।
उत्तम खेती मध्यम व्यापार नौकरी करे बुद्धू गवार।
एक प्यारी - सी कहानी...।
सोनू दौड़कर मेरे पास आया। हम दोनों पहले की तरह खूशी खुशी खेलने लगे।
नहीं बेटा रावण तो आज भी जिन्दा है और तब तक रहेगा जब तक इस दुनिया में गरीबी, बेरोजगारी और मजबूरी रहेगी। आदमी-आदमी का गुला...
चबूतरे का सच !
एक लघुकथा।
शायद कजरौटे को भी किसी बुरी नज़र से बचाना था।
सुनीता चुप रह गई । बाद में वह पूर्वा के कमरे में गई और बोली, ‘‘सौरी बेटा, आज तूने। ....
लेकिन हाँ अपने आप से ये भी संकल्प किया की गांव वापस जाकर वानप्रस्थ के कुछ नियमों का पालन निरंतर करेंगे क्योंकि ये नियम म...
क्या विवाह करना ही किसी नारी के जीवन का मक़सद होना चाहिये ?
हिंदी भाषियों के लिए मेरी यह एक मामूली सी कोशिश है।
प्रेम विश्वास का दूसरा नाम है
भीगी आँखों को पोंछते हुए उन्होंने अनिमेष को उठाकर सीने में भींच लिया और अपने कमरे में लौट आईं।
ठेकेदार—(दुखी मन से)बिटिया इसमें गलती इनकी नहीं।मेरी गलती है।मैं ही पैसों के लालच में पेड़ों को कटवा कर इनके घर उजाड़ रहा ...
थानेदार ने उस औरत को कानून की पैनी नज़रों से देखा। फिर अपने फर्ज की कैंची से उसकी बात बीच में ही काट दी। बोला-”सरपंचनी की...
आज एक बिछड़े परिवार को कसौटी की कगार से खिंच निकाल कर वापस खुशहाली की क्षितिज पर बिठा