रात का काला अंधेरा घनघोर हो गया| पहरा देने वाले डाकू की निगाहें चुराकर बापू उठे| फिर सबकी नजर... रात का काला अंधेरा घनघोर हो गया| पहरा देने वाले डाकू की निगाहें चुराकर बापू उठे|...
शीर्षक पंक्ति साभार: अल्लामा इकबाल शीर्षक पंक्ति साभार: अल्लामा इकबाल
लेखक : राजगुरू द. आगरकर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : राजगुरू द. आगरकर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
"देखो, मुझे धोखा देने की कोशिश मत करो। मेरा नाम ठाकुर ब्रहम सिंह है। मुझे धोखा देना कोई बच्चों का खे... "देखो, मुझे धोखा देने की कोशिश मत करो। मेरा नाम ठाकुर ब्रहम सिंह है। मुझे धोखा द...