उन छोटे बच्चों से बोला जाता था तेरा बाप कुछ कमाता नहीं है। उन छोटे बच्चों से बोला जाता था तेरा बाप कुछ कमाता नहीं है।
पता नहीं क्यों पर इतने सालों बाद आखिर भाभी के सब्र का बाँध टूटता लगता दिखा। उनका चेहरा पता नहीं क्यों पर इतने सालों बाद आखिर भाभी के सब्र का बाँध टूटता लगता दिखा। उनका...
उस दिन अगर वो भी अपने बहते मन के नीचे सब्र की परात लगा लेती। उस दिन अगर वो भी अपने बहते मन के नीचे सब्र की परात लगा लेती।
शीर्षक पंक्ति साभार: अल्लामा इकबाल शीर्षक पंक्ति साभार: अल्लामा इकबाल
“तुम न आए तो क्या सहर न हुई हाँ मगर चैन से बसर न हुई".... “तुम न आए तो क्या सहर न हुई हाँ मगर चैन से बसर न हुई"....
वह उसे कई बार लेने आया तो उसने साफ़ इंकार कर दिया। वह उसे कई बार लेने आया तो उसने साफ़ इंकार कर दिया।