जंग-ए-जिंदगी भाग-१
जंग-ए-जिंदगी भाग-१
पैरों में काले रंग के मजबूत जूते पहने हुए, काला रंग का कुर्ता और पायजामा भी काला|
सिर पर पगड़ी भी काले रंग की पहनी हुई एक डाकूरानी अपने कक्ष से बाहर आई| अपने दोनों हाथ फैलाये, सिर आकाश की ओर ऊंचा लिए अपने मन ही मन बोली...
"कुदरत तू सबसे बड़ा जादूगर है| ये हवा, ये वादियाँ, ये पानी, ये पेड़-पौधे, न जाने... बुरे से बुरे इंसान को भी अच्छा बना देती हैं|"