समाज हम जैसे लोगों से ही बना है। समाज हम जैसे लोगों से ही बना है।
आप शायद भूल गये ! लड़कियाँ इन्सान होती हैं कोई कठपुतलियां नहीं ! आप शायद भूल गये ! लड़कियाँ इन्सान होती हैं कोई कठपुतलियां नहीं !
हमारी जिंदगी में सारी परेशानियों का हम सामना कर सकते हैं") हमारी जिंदगी में सारी परेशानियों का हम सामना कर सकते हैं")
दोनों ने मिलकर एक और एक ग्यारह होते हैं यह साबित कर दिया, एक से दो भले। दोनों ने मिलकर एक और एक ग्यारह होते हैं यह साबित कर दिया, एक से दो भले।
काम, दाम, नाम पाने के लिए जरूरी हैं की पहले हम काम करे। काम, दाम, नाम पाने के लिए जरूरी हैं की पहले हम काम करे।
उन्होंने मुखिया से बोला की हरीश दूधिया अपनी मर्जी से बार बार दूध के दाम बढ़ा रहा है उन्होंने मुखिया से बोला की हरीश दूधिया अपनी मर्जी से बार बार दूध के दाम बढ़ा रहा...