परीक्षा परिणाम
परीक्षा परिणाम
नवी कक्षा का परीक्षा परिणाम कम रहने के कारण जिला शिक्षा अधिकारी ने समस्त प्राचार्यो की बैठक आहूत की थी परीक्षा परिणाम कम रहने के कारणों की समीक्षा की जा रही थी।
जिला शिक्षा अधिकारी महोदय नाराजगी भरे शब्दों में बोले "क्या कारण है,कि तमाम कोशिशों के बावजूद भी नवीं कक्षा का परीक्षा परिणाम इतना कम रहा?"
मिस्टर तिवारी ने झिझकते हुए कहा"सर नवीं में आजकल बच्चे इतने
कमजोर आते है ,कि उन्हें हिंदी तक ठीक से पढ़ना नही आती अन्य विषयों की क्या बात करें ?"
जिला शिक्षा अधिकारी आक्रोश भरे स्वर में बोले"लेकिन उनकी इस कमी को दूर करने के लिए ब्रीज कोर्स चलाए जाते है रिमेडियल क्लास लगाई जाती है फिर परिणाम सकारात्मक क्यों नही आते ?"
एक अन्य प्रचार्य मिस्टर खन्ना बोले"सर ये बताइए कि इमारत चाहे कितनी ही भव्य क्यों न हो मगर उसकी नींव अगर कमजोर होगी तो क्या होगा।"
जिला शिक्षा अधिकारी गुस्से से बोले"इमारत गिर जाएगी और क्या पर आप ये पहेलियां क्यों बूझ रहे है जो कहना चाहते है स्पष्ट कहिए।"
मिस्टर खन्ना शांत स्वर में बोले"सर हर पांच किलो मीटर पर प्राथमिक स्कूल खोल दिया गया वहाँ संख्या के मान से दो या तीन शिक्षक रखे जाते है कक्षाएँ पाँच है और शिक्षक दो या तीन
उनमें से भी एक दो कभी किसी ट्रेनिंग, या कभी किसी अन्य डयूटी में व्यस्त हो जाता है तब एक शिक्षक बच्चों को घेर कर तो बैठ सकता है पर सही शिक्षा प्रदान नही कर सकता क्योंकि चाहे विद्यार्थियों की संख्या कम हो पर उनका सिलेबस अलग-अलग है।"
मिस्टर तिवारी मिस्टर खन्ना की बात का समर्थन करते हुए बोले"मिस्टर खन्ना सही कह रहे है सर जब तक प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं किया जाता तब तक उच्च कक्षाओं में परीक्षा परिणाम सुधारने की सभी कवायदें असफल ही रहेंगी।