माँ भौंचक्की होकर कभी उस इमारत को देख रही थी तो कभी अपनी उस सयानी गुड़िया " को..! माँ भौंचक्की होकर कभी उस इमारत को देख रही थी तो कभी अपनी उस सयानी गुड़िया " को.....
एक बार मैं बुखार में तड़प रहा था वो शहर से दूर अपने किसी करीब की शादी में शामिल होने गयी थी मैं घर प... एक बार मैं बुखार में तड़प रहा था वो शहर से दूर अपने किसी करीब की शादी में शामिल ...
अपना शहर भूलकर हरगिज नहीं।" अपना शहर भूलकर हरगिज नहीं।"
ईश्वर तक अपनी बात पहुँचा सकता है तो अब सुन भी लो मेरी पुकार। ईश्वर तक अपनी बात पहुँचा सकता है तो अब सुन भी लो मेरी पुकार।
शिक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं किया जाता तब तक उच्च कक्षाओं में परीक्षा परिणाम सुधारने शिक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं किया जाता तब तक उच्च कक्षाओं में परीक्षा परिणाम स...
मुझे घर पर सब्जी पहुंचानी है, अभी आता हूँ। मुझे घर पर सब्जी पहुंचानी है, अभी आता हूँ।