इंसानियत की रक्षा के लिए एकांत में घर पर रहे, स्वस्थ रहे सुरक्षित रहे ! इंसानियत की रक्षा के लिए एकांत में घर पर रहे, स्वस्थ रहे सुरक्षित रहे !
एक बार सामने से गुजरने में क्या हर्ज है एक बार सामने से गुजरने में क्या हर्ज है
ये तय करना ही बड़ा मुश्किल था कि उसका कौन सा गुण है और कौन सा दुर्गुण। ये तय करना ही बड़ा मुश्किल था कि उसका कौन सा गुण है और कौन सा दुर्गुण।
बहुत सारी बेटियाँ इन दरिंदो की शिकार बनती जा रही है कोई प्यार से तो कोई लूट से। बहुत सारी बेटियाँ इन दरिंदो की शिकार बनती जा रही है कोई प्यार से तो कोई लूट से।
ईश्वर तक अपनी बात पहुँचा सकता है तो अब सुन भी लो मेरी पुकार। ईश्वर तक अपनी बात पहुँचा सकता है तो अब सुन भी लो मेरी पुकार।
ठहर कर खुद को वापस पाना है.... ठहर कर खुद को वापस पाना है....