नशा
नशा


मैं पहले भी नशे के बारे में लिख चुका हूँ , और लगभग लिखता रहता हूँ। मैं इसकी आदत से अच्छी तरह वाकिफ हूँ
12 कक्षा के बाद मैं नशे से घिर गया था। और अब जाकर वापिस रास्ते पर लौटा हूँ। तो शायद मेरे जितना कोई बात नहीं कर सकता है।
सिगरेट - एक ऐसा शब्द है जो सुनने में ही एक बीमारी की तरह लगता है लेकिन कुछ लोगों को आदत पड़ जाती है और वो इसे छोड़ नहीं पाते है। क्योंकि ये निकोटिन हमें अंदर से खोखला कर देता है अगर हम छोड़ना चाहे भी तो शायद नहीं छोड़ पाएंगे।
एक शोध ये बताता है आदमी एक सिगरेट में अपनी जिंदगी के 15 मिनेट खो देता है। मतलब उसकी उम्र 15 मिनट कम हो जाती है।
और नशे से मरने वाले लोग सिर्फ वो ही नहीं मरते है अपने परिवार को इतने गहरे गड्ढे में धकेलकर जाते है कि वो परिवार जिंदगी भर नहीं निकल पाता है
कई फिल्में भी है जो नशे को प्रमोट करने का काम करती है।
नशे से तन भी खराब होता है मन भी खराब होत है , और धन भी खराब होता है।
बस मैं तो यही कहना चाहता हूँ कि नशा मत करो। वरना कंकाल भी नहीं बचेगा