माईचौंग
माईचौंग
Michaung ना रखा गया डब्ल्यू एम ओ यानी विश्व मौसम आयोग से, कुछ भी रखें, उनके मानक होंगे ताकि इतिहास बनते उन्हें संज्ञा स्वरूप अभिलेखों और वातों में रखा जा सके॥ 2023 जाते जाते ये क्षति पूर्ण आघात दे गया, समुद्री किनारों को तमिलनाडु आन्ध्रप्रदेश उड़ीसा में कुछ विकराल बाक़ी पूरे भारत को तेज हवाओं बारिश से गीला कर गया॥ हिन्द महासागर में ऐसा कुछ छटी बार और बंगाल खाड़ी में चौथी बार॥ बार बार होने से और अंदेशा होने से काफ़ी हद तक संभलने का मौक़ा मिलता ज़रूर है, फिर भी पानी भराव बहाव से सब कुछ अस्त व्यस्त हो जाता है॥ कचरों के अम्बार उन्हें समेटने के काम मिल जाते हैं कुछ को॥
हम भी पहुँचेंगे ये सब घटित कुछ देखने को, कन्याकुमारी हमारा गन्तव्य है, दिसम्बर 6 से 9 वहाँ रहना है, ये सब कितना मिलेगा या कुछ नहीं॥ कन्याकुमारी कितना बचा रहा अपने सामने हिन्दमहासागर की उलट पुलट से॥
विजयवाडा से हमारा रूट बदल गया है अब ज़्यादा यात्रा आन्ध्रप्रदेश से होगी॥
बेचारे चैन्नई गुडूर वाले अब विल्लापुरम से लोटेंगे । अनायास की ये घटनायें रुटीन में लाती हैं॥
बात यहीं नहीं जीवन के तूफ़ान भी कहाँ कम होते हैं, उन्हें लाने वाले हम आप या कोई खुद से जुड़ा होता हैं॥
तूफ़ान तो तूफ़ान होते हैं, आने दो जाने दें॥
हम निपटते ही हैं॥