लॉक डाउन की बातचीत -04
लॉक डाउन की बातचीत -04
हैलो, मैंने फोन उठाते हुए कहा।
हेलो, का हाल है सर जी? सर जी जो प्रणाम, उधर से हिमांशु की आवाज आई।
प्रणाम… प्रणाम! और क्या हाल है मोनू बाबू (हिमांशु का निक नाम मोनू है), मैंने पूछा?
सब ठीक है दोस्त, अपना बताओ, उसने जवाब देते ही सवाल दागा?
मेरा भी ठीक है बाबू। घर पर पड़े हुए हैं। तेरे तरफ क्या माहौल है लॉक डाउन का, मैंने उससे फिर सवाल किया?
पूरा बाजार बंद! रोड पर एक आदमी नहीं दिख रहा है, उसने बताया।
ठीक है, घर से तुम भी मत निकलना, मैंने समझाने के लिहाज से कहा।
कहाँ जाएंगे दोस्त? पूरा बाजार बंद है, सबका घर बंद है… 10 दिन से दुकान नहीं गए हैं। घर में पड़े-पड़े बोर हो रहे हैं, ऊपर से बिज़नेस एकदम ठप्प। आमदनी बंद हो गया यार, उसने अपना दर्द मेरे सामने रख दिया।
हम्म! बात तो सही है यार! लेकिन क्या करोगे… जान है तो जहान है, मैंने उसे फिर से समझाया।
अरे वो तो ठीक है, लेकिन इनकम बंद हो गया न यार, उसने फिर कहा।
अच्छा, एक बात बताओ मोनू। अगर आज तेरा बिज़नेस डूब गया तो?
मतलब, उसने फट से सवाल दागा?
मतलब कि अगर तेरा बिज़नेस पूरा डूब गया तो तेरा क्या होगा? कुछ रखे हो जो तुम्हें उससे निजात दिला सके, मैंने उससे पूछा?
नहीं दोस्त! वैसा तो कुछ नहीं है, उसका जवाब था।
ओके! अब तुम दिन भर क्या करते हो घर पर, मैंने तपाक से पूछा?
कुछ नहीं, क्या करेंगे? बस, मोबाइल, फेसबुक, टी वी… इसी में दिन कट रहा है, उसने जवाब दिया।
तो सुनो, तुम घर बैठे इनकम बढ़ाओ, मैंने कहा।
कैसे?
शेयर बाजार में इन्वेस्ट करो, मेरा जवाब था।
शेयर बाजार? ...नहीं होगा। वो जुआ है, हमको नहीं जाना, उसने सीधे तौर से नकार दिया।
अरे, शेयर बाजार एक जुआ है… ये बात वही कहते हैं जो इसके बारे में नहीं जानते। जो जानते हैं वे घर बैठे करोडों कमा रहे हैं, मैंने समझाया।
कैसे, उसका फिर वही सवाल था?
देखो, बिज़नेस का फंडा है, सस्ते में माल खरीदो, ऊँचे भाव में बेच दो। हाँ, कभी-कभी न
ुकसान हो सकता है, लेकिन इससे बढ़िया पैसिव इनकम कोई नहीं हो सकता। तुमको बस उन शेयर को खरीदना है जिस कंपनी को तुम जानते हो और तुमको लगता है कि आने वाले दिनों में इसका बाजार खत्म नहीं होगा और ये मुनाफे में रहेगी, मैंने कहा?
अच्छा! तो कोई भी कंपनी का ले सकते हैं, उसका अगला सवाल था?
हाँ, जितनी भी बड़ी कंपनियाँ हैं, सभी के शेयर मिल जाएंगे, जैसे डेली यूज़ सामान में हिंदुस्तान यूनीलीवर, आई टी सी, मोटर में मारुति सुजुकी, बजाज ऑटो, बैंक में स्टेट बैंक, hdfc बैंक आदि…। बहुत सी कंपनी है जिनका तुम शेयर खरीद सकते हो। अभी बाजार का भाव बहुत गिरा हुआ है जिससे शेयर बहुत सस्ते में मिल रहा है। तुम जिसका चाहो शेयर खरीद लो और कुछ दिन या साल के बाद जब भाव बढ़ेगा तो बेच देना, और ज्यादा जानकारी के लिए यू ट्यूब पर बहुत सारा वीडियो मिल जाएगा, देख कर समझ सकते हो, मैंने विस्तार से समझाया।
अच्छा! लेकिन हम वो शेयर खरीदेंगे कैसे और रखेंगे कहाँ, उसने अभी सटीक सवाल दागा था?
उसके लिए तुम्हारे पास KYC फॉर्म भरना होगा जिसके माध्यम से तुम डीमैट एकाउंट खुल जायेगा। उस डीमैट एकाउंट से तुम शेयर का खरीद बिक्री कर सकते हो। KYC के लिए एक फोटो, पहचान पत्र (भारत सरकार द्वारा निर्गत जैसे वोटर कार्ड, आधार कार्ड आदि), पैन कार्ड ओर बैंक का चेक लगेगा। KYC हो जाने के बाद डिमैट एकाउंट आसानी से खुल जायेगा, मैंने उसके प्रोसेस विस्तार से समझाने की कोशिश की।
लेकिन ये सब होगा कैसे? अभी तो सब बंद है, उसने फिर सवाल किया?
अरे, ऑनलाइन सब हो रहा है। बहुत सारी कंपनी ऑनलाइन डिमैट एकाउंट खोलती है, मैंने कहा।
अच्छा! ठीक है तब तो… हम भी देखते हैं खुलवा कर, उसने सकारात्मक जवाब दिया।
हाँ, चल ठीक है, तुम देख लेना ठीक से… और हम चलते हैं नहाने। सुबह से नहाये नहीं हैं, मैंने कहा।
ओके सर, ठीक है, बाय।
ओके बाय, कहते हुए मैंने फ़ोन रख दिया।