क्रांति नहीं
क्रांति नहीं
"अपना नाम क्यों बदलवा रहे हो? भगवान दास से बसंत!"
"क्योंकि, सरकार बदल गई है। नई सरकार भगवान के नाम पर आई है और आगे भी उसी के नाम पर वोट मांगेगी।"
"लेकिन पिछली सरकार भी तो वैसी ही..."
"अरे! छोड़ो उसे, तब की बात और थी।"
"मतलब?"
"मतलब, मुझे विरोध करना है। भगवान का विरोध भगवान के नाम से कैसे होगा?"
"ओह! अब समझा विरोध है...
... क्रांति नहीं।"
