कोरोना का चौथा दिन
कोरोना का चौथा दिन
संपूर्ण देश तनाव में है। आजादी के बाद नयी पीढ़ी ने वैश्विक महामारी कोरोना का संकट देश, विश्व में देखा है।हमारी सरकार मा मोदी जी ने देश हित में एलान किया है कि भीड़ कहीं नहीं करनी है। परिवार को घरों में एक साथ न बैठने और अलगाव में रहने को कहा है।
कोरोना से बचने का सटीक उपाय भी है।
परिवारिक, व्यवहारिक , सामाजिक, धार्मिक, मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से कोरोना संदिग्ध को आइसोलेट कराने में जनता को सहयोग करना चाहिए।
ये लड़ाई हम सबकी है। हम सबको मिलके इससे लड़ना होगा। घर में रहकर परिवार के साथ रचनात्मक कामों के साथ समय बिताएँ।जब परिवार सुरक्षित रहेगा तो पड़ोस सुरक्षित रहेगा।तब समाज देश सुरक्षित रहेगा।
तभी हम जिंदा रहेंगे। देश जिंदा रहेगा।
आज लॉकडाउन को चौथा दिन है। पूरे भारत
में मजदूर पैदल अपने परिवार, बच्चों के सङ्ग कोई छोटे बच्चों को गोदी में सिर पर उठाके अपने गांव जा रहै हैं।
मजदूरों की मजबूरी है।ये दिहाड़ी पर काम करते हैं। पेट की भूख शांत करने के लिए अपने गाँवों से शहर आना पड़ता है। अब ये बेरोजगार हो गए हैं।
अब ऐसे में वायरस तो बुरी तरह से इनके द्वारा समाज में संक्रमण फैलेगा। सरकार के आश्वासन के बाद भी मजदूरों का पलायन जारी है। पेट की आग जीवन पर भारी है। परिवार का बोझ लिए लाखों लोग राज्यों के बॉर्डर पर मजदूर, गरीब खड़े हैं। भीड़ से बचने के बजाए बस के लिए मारामारी हो रही है।
ये देखकर इनके लिए अब सरकार ने बस की व्यवस्था की है। लेकिन इन मजदूरों की जांच में कोरोना पीड़ित पाए गए हैं। मेडिकल कैंप में इनकी जांच की जा रही है । मकानमालिक मजदूरों से अपने घर खाली करवा रहे हैं। लेकिन अब राज्य सरकार इनकी समस्याएं को निदान कर रही है।कोरोना की 5 लाख लोगों जाँच करने की क्षमता सरकारी मेडिक्ल केंद्रों को है।
दुनिया में वैक्सीन का ह्यूमैन ट्रायल अभी तक नहीं हुआ है। संदिग्ध लोगों के पास कोरोना की कोई जांच सुविधा नहीं पहुँच पा रही है।
लोग कोरोना पीड़ित की हिस्ट्री नहीं बता रहे हैं। मीडिया ने बड़े लोगों की केस उछाले हैं। तब वे शख्सियत पकड़ में आयी हैं। जांच को लेकर लोगों की डरने की जरूरत नहीं है।
लॉकडाउन से कोरोना वायरस फैलने पर 60 प्रतिशत रोक लगी है।
आज हेल्थ मिनिस्ट्री ने एलान किया जो कोरोना से पीड़ित हैं। उन्हें 3 महीने की दवा दी जाएगी। एम्स कोरोना का केंद्र बनाया है।हेल्थ सचिव ने सभी राज्यों से कोरोना पर चर्चा की है। डॉक्टर, नर्स को ऑन लाइन ट्रेनिग दे रहे हैं।
देश में 850 से ज्यादा कोरोना के मरीज हैं। आपातकालीन सेवाओं के लिए कोरोना से लड़ने के लिए रेल मंत्रालय ने रेल कोच को आइसोलेशन वार्ड बनाया।
कोविड - 19 के लिए हर राज्य आईसोलेशन वार्ड बनाए राज्य को आपदा फंड को आपातकालीन घड़ी में इस्तेमाल करना चाहिए।
ट्रांसमिशन की चैन तोड़ने के लिए हमें घर में ही रहना होगा। घर में साफ सफाई दूरी का ध्यान रखना होगा।
कोरोना का लॉकडाउन करने के लिए दूरी जरूरी है।यह कोरोना से लड़ने के लिए यही हथियार है। घर में भी अलगाव में रहे। जब जरूरी हो तभी घर के बाहर
निकलें।