दो गज की दूरी -मास्क जरूरी
दो गज की दूरी -मास्क जरूरी


दूरदर्शन पर राज्य सरकार की पाबंदियों के बाद स्कूल खुलने की घोषणा सुन के सभी अभिभावक और बच्चे खुश थे। सभी छात्र -छात्राएँ कँधे पर बस्ता रख मुँह पर मॉस्क लगाए उत्साह, खुशी के साथ स्कूल की प्रार्थना सभा स्थल पर एकत्रित हुए।स्कूल की प्रधानाचार्य ने लापरवाह बच्चों को एक साथ खड़ा देखकर प्यार से समझाते हुए कहा," प्यारे बच्चों!हमको कोविड-19 के प्रोटोकॉल बिहेवियर का यानी भीड़ नहीं लगानी, दो गज की दूरी जरूरी है का पालन करना है, इसलिए सभी बच्चे दो गज की दूरी पर खड़े हो के प्रार्थना करेंगे।
"सभी छात्र आदेश का पालन कर प्रार्थना करने लगे।प्रार्थना समाप्त होने पर कक्षा आठ के छात्र रोहन का ' कोरोना से बचाव ' विषय पर बोलना था।उसने एसेम्बली को संबोधित कर कहा, " कोरोना वायरस अभी संसार से जानेवाला नहीं है, इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग, चेहरे पर सही तरीके से नाक को ढक कर मास्क लगाना, कहीं भी भीड़ नहीं लगाना, हाथ धोना आदि का पालन करना भी बेहद जरूरी है। कोरोना से बचाव के लिए कोरोना टीके की दोनों डोज लगवाए। लोग टीके लगवाने से डरे नहीं, यही टीका हमारे लिए सुरक्षा कवच है। टीका लगवाके वे खुद सुरक्षित रहेंगे और देश भी सुरक्षित रहेगा। कोविड धर्म को संयम, निज अनुशासन से पालन करना है और आम जनता के साथ हमारे माँ पिता भी सरकार के साथ अपनी जिम्मेदारी निभाए। हमें जागरूक होना होगा। "वक्तव्य समाप्त होने के बाद सब विद्यार्थी अपनी कक्षा अध्यापक के साथ अपनी कक्षा में जाने लगे, रोहन ने देखा सहपाठी आयुष ने मॉस्क ही नहीं लगाया, तभी उसे मॉस्क देते हुए कहा," साँसों को बढ़ाने के लिए मॉस्क लगाना जरूरी है। "