मेरे माँ बाप ने एक दूसरे को फिर एक मौका दिया। मेरे माँ बाप ने एक दूसरे को फिर एक मौका दिया।
वह उस मालिक को भलीभांति जानता था वह उसको वह पर्स देने के लिए उसके घर की तरफ चला । वह उस मालिक को भलीभांति जानता था वह उसको वह पर्स देने के लिए उसके घर की तरफ चला ...
वो जीवन की इस संध्या में अकेली कैसे जियेगी? वो जीवन की इस संध्या में अकेली कैसे जियेगी?
दोनों साथ-साथ एक दुकान पर रुके कुछ खरीदा और फिर चल पड़े। उसने पूछा ये ग़दर क्या होता है दोनों साथ-साथ एक दुकान पर रुके कुछ खरीदा और फिर चल पड़े। उसने पूछा ये ग़दर क्या...
उसकी आँखें खुली तो बस इतना ही कह पाया था मैं,"तुम जानती थीं न?" उसकी आँखें खुली तो बस इतना ही कह पाया था मैं,"तुम जानती थीं न?"
,क्या पिता की सेवा समाज सेवा में शामिल नहीं... ? ,क्या पिता की सेवा समाज सेवा में शामिल नहीं... ?