खून के रिश्ते

खून के रिश्ते

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"पापा आपको सारी बात बता कर, डिस्कस करके अब मेरा मन शांत है। बातों में अक्सर समस्या का हल भी निकल जाता है।", रीमा ने अपने पापा को फोन पर कहा।


"बेटा, हल तो तुम दामादजी से बात करके भी निकाल सकती हो। जैसे मुझ से बात की वैसे उनसे भी कर लेती।"


"नहीं पापा,वो हल नहीं निकालते बल्कि गुस्सा हो जाते। आप भी मेरे पापा हो इसलिए हल निकला। अगर मेरी जगह मां ने आप से ये सब बातें की होती तो आप हल नहीं निकालते बल्कि गुस्सा हो जाते।"



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