हमेशा याद रखो
हमेशा याद रखो
माँ की सीख हमेशा याद रखो,माँ कहती है जितनी चादर हो उतने ही पैर पसारो वरना दुःख आने में वक्त नहीं लगता।
माँ कहती है की दोस्त बनाओ पर दोस्ती में लेन देन मत करो वरना दोस्ती टूट जाती है,माँ कहती है हमेशा अपने से बड़ो की इज़्ज़त करो और छोटो से प्यार माँ कहती है दुःख में हर किसी का साथ निभाओ सुख में नहीं निभा पाये तो कोई बात नहीं।माँ कहती है औरतो की सदा इज़्ज़त करो उनको बुरी नज़र से न देखो
माँ कहती है अपनी परम्पराओं का मान करो,माँ कहती है आलस को अपने से दूर रखो कल पर कोई काम न छोड़ो कल किसने देखा है,माँ कहती है अपने से गरीब को देखो और उनके दुःख को देख कर संतुष्ट हो जाओ अमीर की अमीरी देखकर खुद का चैन न खोना।
माँ हमेशा सच कहती है माँ की बातो पर अमल करो