डर का सफर1
डर का सफर1
नया साल शुरू हुआ और ठंड भी बहुत बढ़ गई। अब धुंध और ओर भी ज्यादा आने लगी थी। सुबह के समय तो जैसे कुछ है ही नहीं कुछ साफ दिखाई नहीं देता था।
इस ठंड में हमें जयपुर जाना था। हमने ट्रेन मैं सीट बुक करवाई थी। ट्रेन चलने का समय सुबह 5:30 बजे था।
हमारे घर सेेेेेे रेलवे स्टेशन 7 किलोमीट था। रेलवे स्टेशन तक का सफर ज्यादा लंबा नहीं था। परंतु फिर भी मन में डर था। पापा और मुझे जयपुर जाना था तोोो हम सुबह जल्दी उठे और तैयार हो गए।
ट्रेन का समय 5:30 बजे था इसलिए हम 4:00 बजे ही तैयार हो गए। जब उठेे तो बहुत धुंद आई हुई थी। हम गांव से थे और स्टेशन शहर में था और इसकी दूरी 7 किलोमीटर थी। वैसे तो यह दूरी 10 मिनट तक की थी। परन्तु उस दिन यह एक घंटे की हो गई।