नारी का संघर्ष 1
नारी का संघर्ष 1
औरत के रूप होते हैं। एक नारी एक बेटी बहन माँ सब होती हैं और समय आने पर एक बेटे भाई और पिता भी बन जाती है।
संतोष अट्ठाईस साल की औरत है। जिसने अपनी जिंदगी में बहुत दुःख देखे थे।
परन्तु आज उसकी जिंदगी का सबसे खास दिन था।
आज उसके सारे दुःख खत्म हो गये।
आज उसकी मेहनत काम आई।
आज उसके इम्तिहान का परिणाम आया और वह बैंक में लग गयी।
वह बहुत खुश थी क्योंकि अब अपनी बेटी जो सात साल की है के सपने पूरे कर सकेगी।
वह बहुत खुश थी साथ ही अपनी बेटी को गले लगाकर बहुत रोती है और बीते समय में चली जाती है।