इस स्तर पर, इस तेजी से, भाग्य को दुर्भाग्य में बदलते संसार में शायद ही कहीं देखा गया था इस स्तर पर, इस तेजी से, भाग्य को दुर्भाग्य में बदलते संसार में शायद ही कहीं देखा...
वो इस द्वंद्व में पड़ना भी नहीं चाहता। वो बस परिणाम से खुश था। वो इस द्वंद्व में पड़ना भी नहीं चाहता। वो बस परिणाम से खुश था।
वह विवाह के लिए जोर डाल रही थी पर अरुण इसके लिए कतई तैयार नहीं था वह विवाह के लिए जोर डाल रही थी पर अरुण इसके लिए कतई तैयार नहीं था
चैन मिलने से खुशी तो हुई ही विश्वास की भावना भी गहरी हुई। चैन मिलने से खुशी तो हुई ही विश्वास की भावना भी गहरी हुई।
जो वक्त चला जाता है, वह फिर दोबारा नहीं आता।" जो वक्त चला जाता है, वह फिर दोबारा नहीं आता।"
अब पतिदेव भी मुझसे सहमत थे। अब पतिदेव भी मुझसे सहमत थे।