A Retired Engineer now turned a litterateur (Hindi). - राजेश, म.प्र. के बालाघाट जिले के वारासिवनी नगर में 13 अगस्त 1960 को, माँ चंद्रानी जैन की गोद में जन्मे, पिता मदनलाल जी जैन के ज्येष्ठ पुत्र हैं। गणित में प्रवीण होने से 1982 में अभियांत्रिकी महाविद्यालय जबलपुर से इन्होंने, बी.ई (इलेक्ट.)... Read more
A Retired Engineer now turned a litterateur (Hindi). - राजेश, म.प्र. के बालाघाट जिले के वारासिवनी नगर में 13 अगस्त 1960 को, माँ चंद्रानी जैन की गोद में जन्मे, पिता मदनलाल जी जैन के ज्येष्ठ पुत्र हैं। गणित में प्रवीण होने से 1982 में अभियांत्रिकी महाविद्यालय जबलपुर से इन्होंने, बी.ई (इलेक्ट.) उपाधि प्राप्त की है। लेखन का शौक इन्हें किशोरवय से रहा है। 35 वर्षों से अधिक समय राजपत्रित अधिकारी रहने के बाद पिछले वर्ष इन्होंने सेवानिवृत्ति ली है। अपने सामाजिक दायित्वबोध के प्रति चेतन, आप, सुखी समाज की रचना हेतु स्वतंत्र, प्रेरक हिंदी लेखन करते हैं। इनकी रचनाओं में प्रमुख रूप से नारी जीवन में व्याप्त कठिनाई एवं चुनौतियों के लिए करुणा दर्शित होती है। Read less