प्यार के असल मायने तू नहीं समझेगा बेटे प्यार के असल मायने तू नहीं समझेगा बेटे
इससे पहले कि बच्चे और कुछ बोलते राकेश ने उन्हें कमरे में जाने का इशारा किया इससे पहले कि बच्चे और कुछ बोलते राकेश ने उन्हें कमरे में जाने का इशारा किया
क्योंकि वो मेरी स्कूल की फ़ीस, पेन-कॉपी तक के लिए पैसे नहीं देते तो मेरी ग़लती की भरपाई के लिए कहाँ ... क्योंकि वो मेरी स्कूल की फ़ीस, पेन-कॉपी तक के लिए पैसे नहीं देते तो मेरी ग़लती क...
जब सानिका के पिताजी बाजार से गुज़र रहे थे, तब उनकी नजर एक मेज़ पर पड़ी। उनको वह मेज़ पसंद आ गई जब सानिका के पिताजी बाजार से गुज़र रहे थे, तब उनकी नजर एक मेज़ पर पड़ी। उनको वह ...
वह विवाह के लिए जोर डाल रही थी पर अरुण इसके लिए कतई तैयार नहीं था वह विवाह के लिए जोर डाल रही थी पर अरुण इसके लिए कतई तैयार नहीं था
समय बीतता गया पर बड़े भाईसाहब हर्ष कुमार की कठोरता नहीं पिघली। समय बीतता गया पर बड़े भाईसाहब हर्ष कुमार की कठोरता नहीं पिघली।