इसी दामन को नारी परचम बनाकर उन्नति और प्रगति के नए आयाम गढ़ती है। इसी दामन को नारी परचम बनाकर उन्नति और प्रगति के नए आयाम गढ़ती है।
क्योंकि केवल उसी के घर देर है पर अंधेर नहीं। क्योंकि केवल उसी के घर देर है पर अंधेर नहीं।
अंत में वहां पर चारों तरफ सब सुनसान था। वहां शमशान में राहुल अकेला था और धांय-धांय जलती हुई सुमन क... अंत में वहां पर चारों तरफ सब सुनसान था। वहां शमशान में राहुल अकेला था और धांय-...
वास्तव में अबॉर्शन जैसे घिनोने कार्य को अंजाम देने से पूर्व क्या एक बार भी दिल ? वास्तव में अबॉर्शन जैसे घिनोने कार्य को अंजाम देने से पूर्व क्या एक बार भी दिल ?
समय बीतता गया पर बड़े भाईसाहब हर्ष कुमार की कठोरता नहीं पिघली। समय बीतता गया पर बड़े भाईसाहब हर्ष कुमार की कठोरता नहीं पिघली।
रवि को जतिन सर डांट कर चले गए। रवि सोच में पड़ गया, बहुत पछतावा हुआ। रवि को जतिन सर डांट कर चले गए। रवि सोच में पड़ गया, बहुत पछतावा हुआ।