समय बीतता गया पर बड़े भाईसाहब हर्ष कुमार की कठोरता नहीं पिघली। समय बीतता गया पर बड़े भाईसाहब हर्ष कुमार की कठोरता नहीं पिघली।
अपना दर्द झेलने और उसे कहने का डाॅक्टर शायद मैं बन चुका था ! अपना दर्द झेलने और उसे कहने का डाॅक्टर शायद मैं बन चुका था !