सामने प्रियम सर के कोट्टेज की लाईट जली।देखते ही तन्वी उस ओर भागी। सामने प्रियम सर के कोट्टेज की लाईट जली।देखते ही तन्वी उस ओर भागी।
“ये लोग यहाँ लड़ने के लिए काफ़ी हैं, हम कहीं और से लड़ लेंगे।" “ये लोग यहाँ लड़ने के लिए काफ़ी हैं, हम कहीं और से लड़ लेंगे।"
पक्षपात करना और तुलना करने से उसने हमेशा परहेज किया। पक्षपात करना और तुलना करने से उसने हमेशा परहेज किया।
उन्होंने सपने में भी नही सोचा था कि इतना नेक दिल आदमी ये काम भी कर सकता था। उन्होंने सपने में भी नही सोचा था कि इतना नेक दिल आदमी ये काम भी कर सकता था।
मोह मे अंधा बन उसकी हर इच्छा पूरी करना ऐसा ही था जैसे कहना आ बैल मुझे मार ! मोह मे अंधा बन उसकी हर इच्छा पूरी करना ऐसा ही था जैसे कहना आ बैल मुझे मार !