दामन
दामन
"वक़्त और सोच की बात है, यही दामन कभी घूँघट बनकर नारी का दमन करता है और सही दिशा मिलने पर इसी दामन को नारी परचम बनाकर उन्नति और प्रगति के नए आयाम गढ़ती है।" रेवती ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा।
सभा-कक्ष तालियों से गूँज उठा था। घेरलू हिंसा के कारण अपना एक हाथ तुड़वा बैठी रेवती आज महिलाओं को घेरलू हिंसा का विरोध करने के लिए प्रेरित कर रही थी। वह महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक कर रही थी।
