लिव इन
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मम्मी पापा ने कितना समझाया था कि यह सब ठीक नहीं है। इसका परिणाम अच्छा नहीं होगा। पर उस समय तो उसके ऊपर अरूण के प्यार
का भूत सवार था। मम्मी पापा ने सम्बन्ध तोड़ने की धमकी भी दी थी पर वह यह कहकर चली गई कि वे दो तीन वर्षों के पश्चात विवाह कर लेंगे। कुछ समय तो बहुत अच्छा चला। किसी प्रकार का कोई बन्धन नहीं। पर फिर धीरे धीरे छोटी छोटी बातों पर खटपट होने लगी। आरोप प्रत्यारोप का दौर चलने लगा। वह विवाह के लिए जोर डाल रही थी पर अरुण इसके लिए कतई तैयार नहीं था। अब उसे भी महसूस होने लगा कि वह ग़लती पर थी। आखिर तंग आकर उसने माता पिता को पत्र लिखकर माफ़ी मांगी और कहा वह घर आना चाहती है। मात पिता का हृदय, उन्होंने माफ़ कर दिया और घर बुला लिया। और अब उसने माता पिता की इच्छा से विवाह करने का निर्णय ले लिया।