विदाई
विदाई
भारी मन से अमित ने अपनी छोटी बहन इन्दु को विवाह के पश्चात विदा किया। कई महीनों से चल रही गहमा गहमी को जैसे विराम लग गया था। सब खामोश और भाव विह्वल थे। इन्दु उसकी प्यारी सी छोटी बहन।
कितना लड़े झगड़े पर प्यार भी बहुत था। एक दूसरे के बिना रह नहीं सकते थे। पढ़ाई लिखाई सब साथ साथ की। कैसे रहेगा वह इन्दु के बिना। मन रह रह कर भरा जा रहा
था। तभी पीछे से किसी ने उसके कंधे पर हाथ रखा।
मुड़कर देखा मम्मी थी। मम्मी को देख वह खुद को रोक न सका और फफक फफक के रो पड़ा।