STORYMIRROR

ANJALI GODARA

Children Stories Inspirational Children

3.4  

ANJALI GODARA

Children Stories Inspirational Children

चपल 1

चपल 1

1 min
168


गर्मी का मौसम था और इतनी तेज धूप थी कि घर से बाहर निकलने का मन ही नहीं कर रहा था।

परन्तु फिर भी जाना पड़ता था क्योकि मेेेरी टयूशन क्लास होती थी।

धूूप इतनी तेज होती थी इंसान जल जाये।

में रोजाना कि तरह टयूशन के लिए तैयार होकर घर से निकली।

धूप से बचने के लिये मैंने अपने मुंह पर दुपट्टा बााँध लिया।मैं मैं रास्ते में जा रही थी कि अचानक एक छोटी बच्ची जिसने फटे कपड़े बाल बिखरे हुए सााँवला रग होोंठ फटे हुए मेेेल से भरे नाखुन।

और नगेे नंगे पैैर चेहरे पर मुस्कान के साथ बोलीीं दीदी कुछ खाने को दो।


Rate this content
Log in