अधूरी शादी
अधूरी शादी
राकेश और नंदनी की शादी उनके घर वालों ने आखिर उनकी बात मान कर दी थी
दोनों का प्यार 6 साल रहा फिर दोनों ने शादी करने का सोचा
उन्होंने अपने घर मे बताया
पहले तो कोई नहीं माना
फिर दोनों के घर वाले मान गए
दोनों की धूम धाम से शादी हुई
पर नंदनी को शादी की कोई खुशी नहीं मिल पायी
रात को चणक राकेश की तबियत बिगड़ी उसे अस्पताल मे भर्ती करना पड़ा
लोग नंदनी को उल्टा सीधा बोलने लगे की अभी तो बहु आयी ही है और ये सब हो गया सोचो कैसा पैर है
सास आयी सामने सभी का मुँह बंद कर दिया
कहा की उल्टे सीधे अगर किसी को सोचना हो तो उसका क्या कहें बहु का पैर गलत नहीं गलत आप लोगों की सोच है
हम तो बस वही कह रहे थे जो लगा
अपनी बकवास सोच अपने तक ही रखो
चलो भलाई का समय नहीं
सभी चले गए
सास ने बहु के माथे पर हाथ फेरा की किसी की बातों को दिल पर मत लगाना
नंदनी ने हाँ मे सर हिलाया
फिर वो सास के साथ अस्पताल गयी राकेश को देखने
डॉक्टर बोले अब राकेश ठीक है ये सुनकर नंदनी सब तकलीफ भूल गयी और सीधे वार्ड मे घुस गयी
राकेश के पास जाकर आंसू पोंछे
आप चिंता मत करिए मैं और माँ जी आए है आप जल्दी सही हो जाएंगे
थोड़ी देर मे नंदनी वार्ड s बाहर आयी
डॉक्टर बोले ये बस बुखार नहीं था कुछ दवा का उल्टा असर हुआ था वो तो अच्छा हुआ सही समय पर भर्ती करा दिया तो इलाज शुरू हो गया नहीं तो और ज्यादा असर हो सकता था बॉडी पर
नंदनी ने ये बात सास को पूछी क्या राकेश कोई दवा लेते थे
नहीं बहु
पर डॉक्टर ने तो कहा उन्हें किसी दवा का उल्टा असर हुआ है वो तो सही समय पर ले आए वर्ना जाने क्या होता
ये सुनकर सास भी चिंतित हो गयी
ये सब क्या हो रहा बहु
आप चिंता ना करिए माँ जी मैं हूं ना
राकेश को घर लाए
नंदनी राकेश का बहुत ख्याल रखती ढाल बनकर रहती
और ध्यान करके राकेश पर एक कवच बना दिया
किसी ने फिर कोशिश की पर अब से सफल होने की उम्मीद नहीं थी
नंदनी की कोशिश से ना सिर्फ राकेश बचा बल्कि जादू भी फैल हो गया फिर नंदनी और राकेश खुशी से रहने लगे।


