बदलते रिश्ते
बदलते रिश्ते
(भाग 1)
नीना और राजेश की नयी नयी शादी हुई थी पर दोनों को एक दूसरे के लिए समय ही नहीं मिलता था
राजेश दुकान मे बिजी रहता और नीना घर के सुबह से रात तक काम करती तो दोनों बहुत थक जाते
पर फिर भी उन्हें एक दूसरे से शिकवा नहीं था
राजेश नीना को ज्यादा समय देने की कोशिश करता
पर नीना इतनी थकी हुई होती की बात नहीं कर पाती यही हाल राजेश का भी होता
थोड़ी देर बात करके उसकी आंखें भारी होने लगती
दोनों चाहकर भी एक दूसरे को समय नहीं दे पाते थे
राजेश ने एक महीने बाद दुकान थोड़े दिन जाना बंद कर दिया ताकि नीना को समय दे सके
राजेश नीना के काम में मदद करने लगा
इससे नीना को बहुत खुशी का अनुभव होता
अक्सर काम करते हुए राजेश को छेड़ देता
अच्छा तो जनाब का ध्यान मुझपर मदद करने पर नहीं और नीना मुस्कुरा देती
राजेश भी मुस्कुरा देता
राजेश चाय बना देता था पर अब खाना बनाने में मदद करने लगा
नीना को राजेश का मदद करना बहुत खुशी का एहसास देता
राजेश कोशिश करता जब तक दुकान नहीं जाना तब तक जितना हो सके नीना को सके नीना को समय दे
क्या राजेश और नीना एक दूसरे को समझ पाएंगे या कहानी में ट्विस्ट आएगा पता पड़ेगा अगले भाग में

