कवि, कथाकार, समीक्षक और मीडियाकर्मी ।
Share with friendsउस अनंत आकाश में कामनाओं की अरूप उड़ान भरता उसका मन जाने क्यों किसी पड़ाव पर चैन नही प
Submitted on 23 Sep, 2019 at 13:39 PM
इसी अपनत्व के प्रति आश्वस्त होते ही प्रिया ने मुझे अपनी उत्सुक बाहों में कसकर बांध लिया
Submitted on 23 Sep, 2019 at 13:24 PM