Writer n Shayara✍
Share with friendsभगवान के खेल ने एक बार फिर से दो 'दिलों के तार' को मिला ही दिया था।
Submitted on 01 Oct, 2020 at 09:01 AM
सच में मेरी जिंदगी की सबसे खुशनुमा बरसात थी वो बरसात।
Submitted on 11 May, 2020 at 16:08 PM
लेकिन उसकी तपस्विनी हमेशा के लिए अपनी भक्ति में लीन हो चुकी थी।
Submitted on 11 May, 2020 at 15:54 PM