2021 की यात्रा
2021 की यात्रा


2022 का पहला हफ्ता लग गया है और मैं अपने कंप्यूटर पर बैठा हूँ। बैठे - बैठे मुझे साल2021 की याद आ गई। साल 2021 मेरे लिए खुशियो भरा व तनाव भरा दोनो ही प्रकार का था। मुझे आज भी याद है जब 2021 शुरू हुआ तब हर जगह " वेलकम 2021 " ही चल रहा था।
मेरे लिए 2021 खास इसलिए है क्योंकि 2021 में मैं वैष्णो देवी, शिक ख़ोरी की यात्रा करके आया। साल 2021 में ही हमारा नया घर बनकर तैयार हुआ जिस घर मे 2021 में ही हमारी कई यादे है। 2021 की खुशियो को शब्दों में बयां नही किया जा सकता।
पर हर सिक्के के दो पहलू होते हैं, एक तरफ जहाँ खुशिया थी वही दूसरी तरफ मैं अप्रैल- मई में हुए नरसंघार को भी नही भूल सकता। साल 2021 में प्राणवायु भी बिकने लगी थी। शासन-प्रशासन हर कोई एक दूसरे पर आरोप लगाता रहा। पिछले साल का सबसे कड़वा समय था जब हवा बिकने लगी थी।
पर 2021 भारत के लिए अच्छा भी रहा। नीरज चोपड़ा, हरनाज़ सिंधु का योगदान कभी नही भुला जा सकता।
खैर जो भी हुआ, उन सब से सबक लेकर हमे 2022 को अच्छे से व्यतीत करना चाहिए।