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Hema Nair

Abstract

2.6  

Hema Nair

Abstract

ज़िन्दगी

ज़िन्दगी

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आएं हैं दूर से हम सब यहां,

ले जायेंगे संग अपने यादों का जहाँ,

खुशी में खुलकर हँसो,

ग़म में भी मुस्कुरा लो,

कल का क्या है पता,

हम कहाँ, तुम कहाँ,


ज़िन्दगी से ना रूठो तुम,

ज़िन्दगी तुमसे रूठ जाएगी,

मेहनत का फल मीठा होगा,

हँसते खेलते ज़िन्दगी गुज़र जाएगी..


आएं हैं दूर से हम सब यहां,

ले जायेंगे संग अपने यादों का जहाँ,


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