मोहब्बत कहाँ है
मोहब्बत कहाँ है
कोई हमसे पूछे मोहब्बत कहाँ है,
तो हम उनको तेरे दिल का पता दें,
कोई हमसे पूछे की मासूमियत कहाँ है,
तो हम उनको तेरा चेहरा दिखा दें....
वजूद मेरा तुमसे ही जुड़ा,
न हो यकीन, तो लो आज़मा....
कोई हमसे पूछे चाहत कहाँ है,
तेरे दिल की धड़कन उनको सुना दें,
कोई हमसे पूछे इबादत कहाँ है,
निगाहों में तेरी उनको पनाह दें....
नसीब में मेरे, जो तू आ गया,
ख़ुशी का चला फिर सिलसिला .....
कोई हमसे पूछे इंसानियत कहाँ हैं,
तो हम उनको पहले तुमसे मिला दें,
कोई हमसे पूछे काबिलीयत कहाँ हैं,
तो हम उनको तेरी कहानी बता दें.....

