मुकद्दर की लकीरों से, हासिल करके रहूँगी, ये खुद से वादा है मेरा। मुकद्दर की लकीरों से, हासिल करके रहूँगी, ये खुद से वादा है मेरा।
ज़िंदगी की भाग दौड़ में सब पीछे छूट जाता है , जीना तो जैसे हम भूल ही जाते हैं .... ज़िंदगी की भाग दौड़ में सब पीछे छूट जाता है , जीना तो जैसे हम भूल ही जाते हैं ....
मुझे उन हाथों का स्पर्श याद है , मुझे उन आँखों की नमी याद है , बिलकुल आज भी वैसे ही ज़हन में है वो मुझे उन हाथों का स्पर्श याद है , मुझे उन आँखों की नमी याद है , बिलकुल आज भी वैसे...
हाथों में हाथ लेकर मुझे हँसाने की कसम भी तेरी थी , फिर आँखों में अांसुओं का सिलसिला भी तेरा था, मैं ... हाथों में हाथ लेकर मुझे हँसाने की कसम भी तेरी थी , फिर आँखों में अांसुओं का सिलस...
कठपुतली की तरह खेल कर फेंक दिया यूँ उसने प्यार को बदनाम किया। कठपुतली की तरह खेल कर फेंक दिया यूँ उसने प्यार को बदनाम किया।
लोग आते रहे लोग जाते रहे। सिलसिला आने जाने का चलता रहा लोग आते रहे लोग जाते रहे। सिलसिला आने जाने का चलता रहा