यूँ किया ना करो
यूँ किया ना करो
रोज़ रोज़ ख़्वाबों में यूँ आया ना करो
ख्वाबों में आ कर यूँ सताया ना करो
गहरी नींद से हमें जगाया ना करो
ख्वाब आँखों में यूँ सजाया ना करो
नज़र से नज़र यूँ मिलाया ना करो
कर के इशारे यूँ बुलाया ना करो
नजरे मिला कर यूँ चुराया ना करो
मुंह बना कर नखरे दिखाया ना करो
नज़रों से जाम यूँ पिलाया ना करो
अरमानों के फूल यूँ खिलाया ना करो
दिल-ओ-दिमाग़ पर यूँ छाया ना करो
तन्हा छोड़ कर हमें यूँ जाया ना करो
तुम राग विरह का यूँ गाया ना करो
मधुवंती राग हमसे गवाया ना करो
सबूत हमारे दिल से मिटाया ना करो
फिर हम पे ही सवाल यूँ ऊठाया ना करो
हल्ला तुम दिल में यूँ मचाया ना करो
खुद को इल्जाम से यूँ बचाया ना करो।