यादें
यादें
कभी फुर्सत मिले तो वो पल को भी याद कर लेना,
कभी चाहत हो तो खुद के अंदर भी झाक लेना !
गया था मैं उन गलियों में फिर से एक बार,
तेरी यादों के खुशबू बिखरे पड़े थे हर बार की तरह एक बार !
कभी फुर्सत मिले तो,,....
है लंबी कहानी उन यादों की
तेरी खामोशियों की, तेरी रुसवाइयों की !
सुनता हूं कान लगाकर चलती हवाओं को,
कुछ ही शायद कह दे, उनकी दिल की बातों को !
कभी फुर्सत मिले तो.....
दिन बीत गए एक एक कर,
तेरी यादें भी जाती रही एक एक कर !
मानो मैं बैठा ही रहा और,
दिन निकल गए एक एक कर !
कभी फुर्सत मिले तो...
सुना हुं बहुत दूर निकल गए हो तुम,
पर इतनी भी जल्दी क्या थी !
जिंदगी तो इतनी लंबी है,
थोड़ा साथ जीने की कोशिश तो करते एक बार !
कभी फुर्सत मिले तो.....

